इस बार हम जानेगे तेजपान के १५ कुछ ऐसे फायदे जो हमारी सेहत को बरक़रार रखने केलिए बहोत काम आ सकते है
तेजपान के फायदे – benefits of bay leaf
- अगर गर्भवती महिला को इसकी धूप सूंघने दी जाए तो उसकी डिलीवरी जल्दी और दर्द रहित हो जाएगी
- जीभ के नीचे तेजपन रखने से हकलाना, जीभ का जड़ता दूर हो जाता है
- अगर आप तेजपत्ते के पाउडर से अपने दांतों को ब्रश करते हैं, तो आपके दांत मजबूत हो जाते हैं।
- अगर शरीर में कहीं से खून आ रहा है नाक बंद होना, कान से खून बहना, बवासीर, पेशाब से खून आना, मुंह से खून आना इन सभी परेशानियों में अगर आप एक गिलास पानी में एक चम्मच तेजपत्ता का पाउडर मिलाकर दो बार पीएं तो आराम मिलेगा।
- सर्दी, नाक बहना, छींक आना, भारीपन महसूस होना। बेक करने से पहले तवे पर बेक करें और फिर पाउडर बना लें। हर बार 6 ग्राम चूर्ण लेकर 180 ग्राम पानी में आधा होने तक उबाल लें, थोड़ी सी चीनी और थोड़ा दूध मिला लें।
- कमर में दर्द , जोड़ो का दर्द : १० ग्राम ओवा, ५ ग्राम सुआ और १० ग्राम तेजपान को मिलाकर एक लीटर पानी में उबाल लें।
- मधुमेह : 1-1 चुटकी तेजपत्ता पाउडर। कष्ट नहीं। इसे पानी के साथ लेने से मधुमेह नियंत्रित रहता है।
- शरीर में कहीं भी सुन्नता हो तो पैर, हाथ, झुर्रियां, लोच, तेजपत्ता और लौंग को आपस में मलने से दर्द और सूजन दूर हो जाती है।
- अपचन : तेजपत्ते का चूर्ण 1 से 4 ग्राम सेवन करने से पेट का फूलना, डकार आना, अपच, जी मिचलाना सब दूर हो जाता है।
- बच्चों की हर तरह की परेशानी,घुरघुराना,अचानक से गड़गड़ाहट, अंगों में दर्द, ऐसे में 2 से 3 ग्राम तेजपत्ता का चूर्ण और अदरक का रस और शहद मिलाकर समय-समय पर चाटना चाहिए
- बालों में जुएं मारने के लिए : तेजपान 10-12 लें, इसे अच्छी तरह उबालकर पानी में डाल दें, फिर इसे ठंडा करके इस पानी से मालिश करें और बालों को धो लें, जुएं मर जाती हैं।
- दमा, खांसी : 60 ग्राम किशमिश, 60 ग्राम तेजपत्ता, 5 ग्राम पिंपल और 30 ग्राम बादाम पाउडर, 5 ग्राम इलायची पाउडर, गुड़ मिलाकर गोलियां बनाकर गर्म दूध के साथ लें। सभी रोग ठीक हो जाते हैं।
- पीलिया : दिन भर में रोजाना 5-6 चम्मच खाने से पीलिया और लीवर के रोग ठीक हो जाते हैं।
- महिलाओं के रोग: गर्भाशय की सफाई, नियमित मासिक धर्म और शरीर को गोरा करने के लिए तेजपत्ते का चूर्ण दो बार पानी के साथ लें।
- निमोनिया: तेजपान, नागकेशर, इलायची, कपूर, नरम चीनी और लौंग को पीसकर काढ़ा बना लें। दो बार। निमोनिया ठीक हो जाता है।