जामुन अत्यधिक सुपाच्य होता है जामुनी रंग भी दस्त रोकने की औषधि है। जामुनी पत्तों का रस और साली से बना अर्क भी दस्त को रोकता है।a
जामुन के कुछ फायदे – Some benefits of Jamun in hindi
- शौचालय साफ न होने पर उस पर जामुन रंग का छिलका लगाया जाता है।
- जामुन के छिलके का आठवां हिस्सा तीन औंस पानी में निकाल लें. इसमें आधा पाउंड घी, 3 मछली का दूध और एक चुटकी दानेदार चीनी मिलाएं।
- उपरोक्त हटाने से महिलाओं के शरीर पर बहने वाला पानी भी बंद हो जाता है।
- अच्छे से पके हुए जामुन के रस को निकाल कर किसी जार में भरकर एक साल के लिए रख दें. इस तरह के रस को जामुन सिरका, जामुन आम, खट्टा या जामुन आसव कहा जाता है।
- जामुनी रंग का अर्क आधा पौंड पानी में दिन में चार बार मिलाकर पीने से मूड और पेट का दर्द ठीक हो जाता है।
- जामुनी रंग का मुख्य प्रयोग मधुमेह में होता है।
- जामुन के बीज का चूर्ण मधुमेह की सर्वोत्तम औषधि है। लेकिन इसे एक्सपर्ट की सलाह से ही लेना चाहिए।
- मधुमेह के रोगियों को जामुन के बीज का चूर्ण हर चार घंटे में एक गिलास ऊन और पानी के साथ लेना चाहिए। अगर आप इस तरह दो महीने तक डाइट पर रहे तो यूरिन में शुगर की मात्रा काफी कम हो जाएगी।
- जामुन लार का अर्क निगलने पर मुंह बंद हो जाता है।
- जामुन के बीज को मलने और लगाने से चेहरे पर मौजूद पिंपल्स दूर हो जाते हैं।
- जामुन रक्त को शुद्ध करता है।